Life, for me, has taken a good turn in recent times. When I look back to my life history, I find many people I used to hate. The reasons vary from person to person. At this point of time, I feel quite confused as to why I hated those people? Most of the reasons sound so dumb now. May be I was an idiot or it was just my childhood, immaturity or may be it was not hate after all (kind of it is infatuation, not love 99.9999% of the time).
Monday, April 29, 2013
Sunday, April 28, 2013
जो अकेला छोड़ चली है...
और
न जला इस दिल को ज़ालिम...
अब
तो राख तक तड़प उठी है...
गम
भी ग़मगीन हो चले हैं...
जो
अकेला मुझे तू छोड़ चली है...
Monday, April 15, 2013
Thursday, April 11, 2013
कोई तुमसे सीखे...
मुस्कुरा
के दिल दुखने की अदा कोई
तुमसे सीखे...
पास
आ के दूर जाने की अदा कोई
तुमसे सीखे...
शहरों
में कई मकान बनते हैं,
टूट जाते
हैं...
दिल
में घर बनाकर लूट जाने की
अदा कोई तुमसे सीखे...
Wednesday, April 10, 2013
जाने क्यूँ ...
तुम्हारे
बिना ये दिल उदास है, जाने
क्यूँ ...
अब
भी इसे तुम्हारे लौटने की आस
है, जाने
क्यूँ ...
कुदरत
ने मुझे तुमसे दूर तो कर दिया...
दिल
अब भी, शायद,
तुम्हारे
पास है, जाने
क्यूँ ........
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